हेमंत सरकार ने मुसलमानों को निराश कियाः बलियावी
कोल्हान की 14 में से एक भी सीट पर कोई मुस्लिम उम्मीदवार क्यों नहीं?
5 साल में मदरसा बोर्ड का गठन पर क्यों नहीं कर पाए?
मॉब लींचिंग के अपराधियों को सजा दिलाने में सरकार क्यों पीछे रही?
जमशेदपुर : जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार विधान परिषद के सदस्य गुलाम रसूल बलयावी ने कहा है कि इंडिया गठबंधन की झारखंड सरकार ने अल्पसंख्यक वर्ग के जनकल्याण लिए कोई काम नहीं किया. दरअसल, इस सरकार से निराशा ही हाथ लगी है.
यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि कोल्हान के 10 लाख से अधिक अल्पसंख्यक मतदाताओं ने बड़े उमंग और उत्साह से पिछले बार झारखंड की इंडिया गठबंधन (झामुमो, कांग्रेस, राजद) को वोट देकर सत्ता में बैठाया था, लेकिन सरकार ने निराश किया. अपने आप को माइनॉरिटी की हितैषी बताने वाली इंडिया गठबंधन ने पूरे कोल्हान की 14 में से एक सीट पर भी कोई मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिया. कोई बता सकता है कि ऐसा क्यों हुआ?
बलयावी ने हेमंत सोरेन से पूछा कि 5 साल में मदरसा बोर्ड का गठन पर क्यों नहीं कर पाए? उर्दू अकादमी के गठन में उनके हाथ क्यों कांप रहे थे? मॉब लींचिंग के अपराधियों को सजा दिलाने में सरकार क्यों पीछे रही?
उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के न्याय के साथ विकास के मॉडल को देखें और सीखें. राजधर्म को निभाने का साहस शायद उनमें में लौट आएगा. सत्ता और सरकारी जो बीमारी पैदा करती है उसके इलाज का समय चुनाव ही होता है.
बलयावी ने कहा कि उनकी गुजारिश है कि आम मतदाता वोट जाति, धर्म और मजहब के नाम पर न दें. जब भी वोट दें, अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान में रख कर दें.