बारीडीह में पत्रकार की जमीन जबरन कब्जा करने की कोशिश, पत्रकार व उनके परिवार को झूठे केस में फसाने की धमकी, झारखंड गुरुद्वारा के चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह व सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह पहुंचे- कहा हर तरह से करेंगे विरोध
श्री दर्पण न्यूज, जमशेदपुर : सिदगोड़ा थानान्तर्गत बारीडीह बस्ती बजरंग चौक निवासी पत्रकार इन्द्रजीत सिंह भूल्लर की पिछले 50 वर्षो वाली जमीन पर कुछ शरारती और असमाजिक तत्वों ने कब्जा करने की कोशिश की. अपने को जेएनएसी की अधिकारी बताने वाली अर्चना नाम की महिला अपने सर्मथकों के साथ पहुंची और दबंगई दिखाते हुये भूल्लर की कब्जे वाली जमीन को अपना बताकर घेराबंदी की कोशिश करने लगी. उसने ईट्टा बालू भी गिरवा दिया. विरोध करने पर भूल्लर व उनके भाई व बेटों को छेड़खानी के केस में फसाने की धमकी देने लगी. इस बीच सूचना पाकर सिदगोड़ा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और हस्तक्षेप कर मामले को सलटाया. वहीं इन्द्रजीत सिंह भूल्लर की सूचना पर झारखंड गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चेयरमैन सरदार शैलेन्द्र सिंह, सेन्ट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह मौके पर पहुंचे और स्पष्ट तौर पर कहा कि जमीन हड़पने व झूठे मामले में फंसाने वालों का कड़ा विरोध करेंगे और जरुरत पड़ी तो डीसी व एसएसपी से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे.
पत्रकार का इस प्लाट पर है अपना घर
उल्लेखनीय है कि पिछले 50 वर्षों से अपने कब्जे वाली जमीन के एक प्लाट में इंद्रजीत सिंह भुल्लर और उनके भाई का अपना घर है. जमीन का कुछ हिस्सा खाली है जिस पर इन शरारती और सामाजिक तत्वों की नजर पड़ गई और वे लोग उस पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं. भूल्लर ने इस सम्बंध में जानकारी देते हुये बताया कि गुरुवार की शाम एक महिला जो अपना नाम अर्चना बता रही थी पहुंची. वह अपने आपको jnac की अधिकारी बता रही थी. महिला धमकी देने लगी कि यह जमीन मेरी है तुम लोग इस जमीन को खाली कर दो नहीं तो अंजाम बुरा होगा. इसके साथ जेडीयू की कार्यकर्ता या गुंडा पार्टी की महिलाए और पुरुष थे। जिनका नाम काकुली मुखर्जी, मिनी सिंह, रेखा, रंजीता रॉय जो जेडीयू से जुड़ी हैं, उन्होंने कहा कि तुम साले आतंकवादी हो और दूसरे की जमीन कब्ज़ा के बैठे हो।
कई दबंगों के साथ महिला पहुंची थी जमीन कब्जा करने
उनके साथ सीतारामडेरा मंडल अध्यक्ष गौतम धर,और बारीडीह बस्ती का सरोज राय जो टाटा मनिपाल में सिक्योरिटी गार्ड है वो भी धमकाने लगा.उसी समय बाइक से दो लोग आए जो हथियार बंद थे. मेरे द्वारा वीडियो बनाने पर वे भाग गए, जिनका नाम बिपिन और दूसरा अर्जुन है. वे हथियार बंद होकर मोटरसाइकिल से आए थे,जो महिलाएं आई थीं उन्होंने ज़ोर जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। अर्चना नाम की महिला जबरदस्ती चुना से मार्किंग करना शुरू कर दिया. जब मैं और मेरे बेटो ने ऐसा करने से रोका तो ये महिला अर्चना , चिल्ला चिल्ला कर हमें गालियां देने लगी और उसके साथ जो महिलाएं आई थी वह बोलने लगी कि तुम आतंकवादी हो दूसरे की जमीन कब्जा करके बैठे हो.
वर्षो पहले पत्रकार के पिता ने कब्जेदार से खरीदी थी यह जमीन
जबकि सच्चाई यह है कि यह जमीन मेरे पिता ने सन 1979 दखल कब्जे वाले व्यक्ति से खरीदी थी . उसके बाद से हम इस जमीन पर अपना घर बनाकर शांतिपूर्वक से रह रहे हैं और उसका कुछ हिस्सा खाली हैं और मेरे अहाते में है. पूर्व में हमारी जमीन की चार दिवारी थी मगर इधर कुछ लोगों ने चार दिवारी के ईंट और पत्थर सब गायब कर दिया है. जिस पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है. मेरे जमीन पर मार्किंग करने से मना करने पर लोगों ने मुझे धमकी दी कि तुम सरदार हो और तुम्हें यह जमीन छोड़नी पड़ेगी. हम महिलाएं हैं और तुम्हें बर्बाद कर देंगे. तुम्हारी पत्रकारिता पिछवाड़े में घुसा देंगे। भूल्लर ने बताया कि इस घटना के बाद से मैं और मेरा परिवार इस हरकत से सदमे में है। कल को और गुंडों को लेकर आने को कह कर गई हैं। मेरे द्वारा थाना प्रभारी को सूचित किया कर दिया गया है.