साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव में दावे प्रति दावे के बीच प्रधान पद के लिए 6 उम्मीदवारों ने नामांकन के परिचय खरीदे
श्री दर्पण न्यूज़, जमशेदपुर : साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव की सरगम तेज हो चली है। दावे प्रति दावे के बीच नामांकन पत्र खरीदने के अंतिम दिन 31 मई को चार लोगों ने नामांकन पत्र खरीदा, जिनमें मुख्य रूप से परमजीत सिंह काले, सरदार जसबीर सिंह, सरदार पूर्ण सिंह, सरदार जोगिंदर सिंह जोगी शामिल हैं। हालांकि नामांकन पत्रों की बिक्री के पहले दिन 30 मई को हरविंदर सिंह मंटू और राजू मारवाह ने नामांकन पत्र खरीदे थे। इस तरह कुल 6 लोगों ने प्रधान पद के लिए नामांकन के परचे खरीदे।
निवर्तमान प्रधान निशान सिंह का नामांकन पत्र रद्द किए जाने पर नया विवाद खड़ा होने की संभावना
सबसे अहम बात यह रही कि साकची गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के प्रधान निशांत सिंह ने सबसे पहले नामांकन पत्र खरीदा था। लेकिन एसडीओ द्वारा चुनाव के निमित्त निर्धारित किए गए मापदंडों के अनुरूप निशांत सिंह का पर्चा खरीदना और दाखिल करना गैर कानूनी मान लिया गया, जिसकी वजह से एसडीओ ने उनके नामांकन पत्र को रद्द कर दिया। दोबारा निशान सिंह ने नामांकन पत्र नहीं खरीदा। ऐसे में इस घटना ने निश्चित रूप से एक नया विवाद को जन्म दिया है। अब आगे ऊंट किस करवट बैठता है यह समय के गर्त में है। फिलहाल चुनाव प्रबंधक कमेटी ने 6 लोगों को नामांकन के परचे दिए हैं। इस संबंध में प्रधान पद के प्रमुख और सशक्त उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू ने बताया कि जिला प्रशासन को अब यह निर्धारित करना है कि उनके तय किए गए मापदंडों के अनुरूप खरीदे गए 6 नामांकन पत्र विधि सम्मत है या कुछ और व्यवस्था की जा सकती है। इतना तो तय है कि निशांत सिंह के परचे को रद्द किए जाने के बाद विवाद और गहरा होगा।
मंटू ने संगत से एक और सेवा का मौका देने का अवसर मांगा
हरविंदर सिंह मंटू ने बताया की 2 तारीख तक नामांकन का पर्चा दाखिल करना है। उसके बाद परचे की स्कूटी होगी और तब अंतिम रूप से उम्मीदवारों के नाम की घोषणा कर दी जाएगी। श्री मंटू ने कहा की वैद्य पाए गए उम्मीदवारों को वोटरों की लिस्ट दी जाएगी, जिसके आधार पर वे लोग चुनाव की कम्पेनिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो, संगत से यही उनकी प्रार्थना है। उन्होंने संगत को बेहतर चुनाव के संचालन की प्रक्रिया शुरू किए जाने के लिए धन्यवाद दिया और कहा की संगत की बदौलत ही हम एक शांतिपूर्वक पूर्ण तरीके से साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव संपन्न कराने में सफल होंगे। साथ ही हरविंदर सिंह मंटू ने अपनी जीत का दावा किया और संगत से प्रार्थना की कि उन्हें संगत की सेवा का मौका दिया जाए। वह तन मन धन से संगत की सेवा का व्रत लेंगे और उनके लिए काम करेंगे । उन्होंने कहा कि अपने पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के लिए बेहतर काम किया है। आगंतुकों के लिए उन्होंने भवन बनवाई और कम कीमत पर उनके रहने खाने-पीने तक की व्यवस्था कराई। जो भी संभव हो पाया उन्होंने संगत के लिए काम किया है और आगे भी करते रहेंगे।