वैधानिक तरीके से चुनाव कराए जाने का समर्थन : हरविंदर सिंह मंटू
श्री दर्पण न्यूज़, जमशेदपुर : साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नवनिर्वाचित प्रधान हरविंदर सिंह मंटू ने जोर देकर कहा कि वह वैधानिक तरीके से होने वाले चुनाव का ही समर्थन करेंगे। यह जरूर है कि आज उनके समर्थकों ने निशांत सिंह और उनकी टीम से नाराज होकर उन्हें (हरविंदर सिंह मंटू को) साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का प्रधान चुन लिया। जो भी प्रतिद्वंद्वी नामांकन पत्र दाखिल किए थे सभी ने अपने-अपने नामांकन पत्र वापस ले लिए और इस तरह उन्हें निरोध निर्विरोध चुन लिया गया।
चुनाव की प्रक्रिया से खुश नहीं हैं मंटू
लेकिन वह इस चुनाव की प्रक्रिया से खुश नहीं है। वे एसडीओ कोर्ट और सीजीपीसी के निर्णय को ही चुनाव के संबंध में मानेंगे।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को ट्रस्टियों द्वारा एक तरफा निर्णय करते हुए निशांत सिंह को अगले 3 वर्षों के लिए साकची गुरुद्वारा का प्रधान चुन लिया गया, जो की पूरी तरह से गैरकानूनी और अवैधानिक है। मंटू ने कहा कि यह जानकारी मिलने पर उन्हें दुख हुआ। उनके समर्थकों और संगत भी इससे दुखी हुई। नतीजा संगत और समर्थकों ने उन्हें निर्विरोध प्रधान पद पर चुन लिया। लेकिन वह इस चुनाव से संतुष्ट नहीं थे।
संगत के साथ एसडीओ से मिले
वे संगत के लोगों के साथ एसडीओ से मिलने गए और अनुरोध किया कि सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की देखरेख में ही चुनाव कराए जाएं ताकि किसी को कोई नाराजगी ना हो और दूध का दूध पानी का पानी सामने आ जाये। एसडीओ ने भी अपनी सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि जो भी पहले चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गई थी उसे निरस्त कर नए सिरे से चुनाव की प्रक्रिया शुरू की जाए। एसडीओ मैडम ने दोनों पक्षों को बुलाकर इस संबंध में कहा भी, लेकिन एसडीओ के आदेश की अवहेलना करते हुए निशांत सिंह और उनके समर्थक टष्टियों ने उन्हें अगले 3 वर्षों के लिए प्रधान चुन लिया जो पूरी तरह से गलत और गैर वैधानिक है।
चुनाव पर स्टे के लिए हाई कोर्ट पहुंचे निशान सिंह
इस संबंध में मामले को निशान सिंह द्वारा हाईकोर्ट में एस्टे के लिए ले जाने के सवाल पर हरविंदर सिंह मंटू ने कहा की निशांत सिंह इस चुनाव को स्टेट करने के लिए हाईकोर्ट गए हैं इसकी जानकारी मिलने के बाद उन्होंने भी अपने वकील के माध्यम से पक्ष रखा। आज इस मामले में सुनवाई भी हुई। लेकिन बेंच ने अगली सुनवाई की तारीख एक सप्ताह बाद निर्धारित कर दी है। मंटू ने कहा कि हाईकोर्ट का जो भी आदेश होगा वह शिरोधार्य करेंगे। एसडीओ मैडम के भी आदेश को मानते हैं और सीजीपीसी की देखरेख में चुनाव को स्वीकार करते हैं।

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