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भोगनाडीह की घटना को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाडंगी जमकर बरसे विपक्षी भाजपायों पर, कहां सरकार को बदनाम करने की साजिश रची गई, दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री साजिश में शामिल रहे, दो लोगों की गिरफ्तारी से हुआ षड्यंत्र का पर्दाफाश

श्री दर्पण न्यूज़, जमशेदपुर : बरहेट विधानसभा क्षेत्र के भोगनाडीह में शहीदों के सम्मान में आयोजित किए जाने वाले सरकारी कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने बाधा खड़ी करने की कोशिश की। विधि व्यवस्था को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया और सरकारी कार्य में बाधा डालने की एक साजिश के तहत कोशिश की गई। ऐसे लोगों को सरकार बख्सेगी नहीं। उनके खिलाफ कानून अपना काम करेगा। मामले की जांच की जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के दो लोगों को पकड़ा भी गया है। उपरोक्त बातें झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल सारंगी ने जमशेदपुर के सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कही।
पूरी घटना कम की जानकारी देते हुए कुणाल सारंगी ने बताया की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने ऐसे शाहिदों जिन्होंने झारखंड के आदिवासियों की मानसिकता, आकांक्षाओं और सपनों को पूरा करने के लिए अपना बलिदान दिया है उनको सम्मानित करने का कार्य कर रही है। उसी क्रम में 30 जून को वीर सिद्धू कानों की पावन धरती भोगनाडी में एक कार्यक्रम आयोजित किया जाना था। लेकिन दिशोम गुरु शिबू सोरेन की तबीयत खराब हो जाने की वजह से इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नहीं जा सके।

सरकारी अतिथि के तौर पर शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन को लेना था कार्यक्रम में भाग

आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री की जगह शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन का कार्यक्रम में हिस्सा लेना निर्धारित था। लेकिन इस सरकारी कार्यक्रम में विपक्षी पार्टी द्वारा विघ्न डालने की कोशिश की गई। विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के लोगों ने साजिश रच कर इस कार्यक्रम को बाधित करने की कोशिश की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा चुनाव के प्रस्तावक बने मंडल मुर्मू को मोहरा बनाकर शिवराज सिंह चौहान और हेमंत विश्वा शर्मा के सामने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलायी गई । इसी को आधार बनाकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता को कैंसिल करने की भाजपा द्वारा मांग की गई।

सरकार पर पूजा रोकने की कोशिश का आरोप

विपक्ष ने आरोप लगाया कि साजिश के तहत भोगनाडीह के शहीद स्थल पर जहां सिद्धू कानू को फांसी दी गई वहां विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के लोगों को पूजा करने नहीं दिया गया। विरोध करने पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों पर लाठीचार्ज किया गया। आंसू गैस के गोले दागे गए। कुणाल सारंगी ने कहा इस तरह के आरोप लगाकर भाजपा ने सरकार को बदनाम करने की कोशिश की और लोगों के बीच उसकी छवि खराब करने का प्रयास किया गया। सरकारी कार्यक्रम के आयोजन के लिए कार्यक्रम की स्थल पर जहां मंच बना था ठीक उसके सामने विपक्षी भाजपा ने मंच तैयार करना शुरू किया। लेकिन मंच बनाने की जिला प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दी गई।

स्थानीय लोगों को भड़काने की साजिश रची गई, आदिवासियों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने का आरोप

उसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वहां पहुंचकर लोगों को हड़काने का काम किया। स्थानीय लोगों को भड़काने की साजिश रची गई। स्थानीय लोगों के बीच हथियार, पैसा और साड़ी कपड़े बांटे गए। लोगों को बरगलाने की कोशिश की गई।चंपई सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री के सहयोगी दो लोगों को षड्यंत्र षड्यंत्र रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जिसमें मंडल मुर्मू और सुधीर कुमार शामिल हैं। राज्य सरकार ने सभी शहीदों के वंशजों को वरीय अधिकारियों की उपस्थिति सम्मानित करने की योजना बनायी थी। लेकिन विपक्षी भाजपा के नेता और कार्यकर्ता कार्यक्रम को असफल बनाने की साजिश रच रहे थे ताकि जनता के बीच सरकार की छवि खराब हो सके। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास जी कुछ दिनों पूर्व भोगनाडीह गए थे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा चुनाव में बातौर प्रत्याशी के प्रस्तावक बने मंडल मुर्मू को एक साजिश के तहत भाजपा की सदस्यता दिलाई गई।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रस्तावक मंडल मुर्मू को साजिश में शामिल करने का आरोप

30 जून को आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम के दौरान मंडल मुर्मू का उपद्रव करने के लिए इस्तेमाल किया गया। लेकिन प्रशासन ने अपना काम किया और इस पूरे मामले का पर्दाफाश कर दो लोगों को गिरफ्तार किया। माहौल को खराब करने के लिए एक षड्यंत्र के तहत विऱध प्रदर्शन कराया गया, ताकि राज्य में जनता को गलत संदेश दिया जा सके और राज्य में अस्थिरता पैदा की जा सके। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के सोशल मीडिया प्रभारी और निजी सहायक के तौर पर काम कर चुके जिस व्यक्ति को गोड्डा पुलिस ने लोगों के सामने रखा वह अप्रत्याशित है।

स्थानीय लोगों के बीच पैसे हथियार और कपड़े बनते जा रहे थे

वह व्यक्ति पिछले 15 दिनों से ज्यादा समय से इस क्षेत्र में साड़ी, कपड़ा हथियार और पैसे बांटने का काम कर रहा था। आखिर इसकी क्यों आवश्यकता पड़ी। जमशेदपुर से कोई जाकर भोगनाडीह में कार्यक्रम की तैयारी कर रहा है। हथियार और पैसा बांटना, कपड़े बांटने का काम कर रहा है। ऐसा लगता है कि वे आदिवासी समुदायों की भावनाओं का सम्मान कर रहे हैं, लेकिन असलियत कुछ और थी। ऐसा करके न केवल कानून का उल्लंघन किया गया बल्कि सीधे तौर पर पवन दिन को और पवित्र कर आदिवासी समाज कोअपमानित किया गया।

एक तो चोरी, दूसरे सीनजोरी : कुणाल सारंगी

एक तो चोरी दूसरे सीना जोरी। कहां गया कि जैसे ही यह घटना घटी तमाम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और विधायक हल्ला करने वालों की आदिवासी समाज पर लाठी चार्ज हुआ। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। कुणाल सारंगी ने कहा कि हम भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को खुले तौर पर चुनौती देना चाहते हैं कि आप इसे प्रमाणित करके दिखाइए। चंपई सोरेन स्पष्ट करें कि पिछले 10 दिनों से विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों का दौरा करके और माहौल को खराब करने का षड्यंत्र कौन कर रहा था। सीधे तौर पर जो लोग सामने से खेल रहे थे और जो लोग पर्दे के पीछे से खेल रहे थे उनका भी नाम भी बहुत जल्द सामने आएगा। कोई भी व्यक्ति जिसने सामाजिक सद्भाव को बिगड़ने की कोशिश की झारखंड में चाहे वह जितने भी पड़े पद पर बैठा हो कानून के हाथों से नहीं बचेगा। राज्य सरकार उसके किए की सजा जरूर दिलवाएगी।

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