विधायक सुखराम उरांव के विधायक प्रतिनिधि समरेश सिंह पर हुई फायरिंग का पुलिस ने किया उद्भेदन, बागबेड़ा इलाके के तीन अपराधी गिरफ्तार, फायरिंग में प्रयुक्त हथियार, बाइक व मोबाइल फोन बरामद
श्री दर्पण न्यूज, जमशेदपुर : चक्रधरपुर के विधायक सुखराम उरांव के विधायक प्रतिनिधि समरेश सिंह उर्फ गुड्डू को बिष्टुपुर के खाउगल्ली में गुरुवार की रात गोली मारकर जख्मी कर दिये जाने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. घटना के महत 24 घंटे के भीतर पुलिस ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किया गया बादल कुमार प्रसाद बागबेड़ा बजरंग टेकरी का, पवन कुमार व वाजिद अली उर्फ हबलू कीताडीह के रहने वाले हैं. उनके पास से छह राउंड का ऑटोमेटिक पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस, मोबाइल फोन व हमले में प्रयुक्त बाइक भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनों को शनिवार को कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया है.
एसएसपी ने किया प्रेसवार्ता में पूरे कांड का खुलासा
आज दोपहर बाद एक प्रेसवार्ता में जमशेदपुर के सीनियर एसपी पीयूस पांडेय ने पूरे मामले का खुलासा किया और अपराधियों की गिरफ्तारी की अधिकारिक रुप से जानकारी दी. एसएसपी ने बताया कि इस मामले के तार चक्रधरपुर से जुड़े हैं. आज से करीब तीन वर्ष पहले नवम्बर 2022 को हिंदूवादी नेता कमलदेव गिरि की चक्रधरपुर में बम मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के प्रतिशोध स्वरुप इस कांड को अंजाम दिया गया है. घटना के पीछे की कहानी जो सामने आयी है उसके मुताविक कमलदेव गिरि का एक सम्बंधी आजाद गिरि बागबेड़ा के बजरंग टेकरी में रहता है. आजाद गिरि अपराधिक चरित्र का युवक है. उसके खिलाफ बागबेड़ा व परसुडीह थाना में अपराधिक मामले दर्ज हैं.
प्रतिशोध स्वरुप कांड को दिया गया अंजाम
बदले की आग में जल रहे कमलदेव गिरि के भाई फूलन देव गिरि ने आजाद गिरि से सम्पर्क किया और समशेर सिंह उर्फ गुड्डू को मारने के लिये कहा. सवाल उठता है कि समशेर सिंह की कमलदेव गिरि हत्याकांड में क्या भूमिका थी और फूलन उसे क्यों मरवाना चाहता था. पुलिस सूत्र बताते हैं कि कमलदेव गिरि हत्याकांड में समरेश सिंह का नाम उन दिनों आया था. कहा जाता है कि कमलदेव गिरि व समरेश सिंह में किसी बात को लेकर आदावत थी. जिसके कारण समरेश सिंह ने कमलदेव गिरि के हत्यारों को धन मुहैया कराया था. इस चर्चा में कितनी सच्चाई है, यह जांच का विषय हो सकता है. अब इसी बात को लेकर कमलदेव का भाई फूलन समरेश सिंह को मरवाना चाहता था.
जमशेदपुर पहुंचने के बाद हमलावरों ने समरेश को पीछा करना शुरु किया
फूलन को गुरुवार को इस बात की जानकारी मिली कि समरेश सिंह उर्फ गुड्डू अपने कुछ साथियों के साथ जमशेदपुर के परसुडीह अपने किसी परिचित की दुकान के उद्घाटन में हिस्सा लेने गया है. फूलन ने अपने सम्बंधी आजाद गिरि को फोन कर समरेश की हत्या की जिम्मेदारी दी. एक समय आजाद गिरि जब जेल में बंद था, उस समय फूलन ने उसकी बहुत मदद की थी. इस बात का भी आजाद गिरि पर उसका एहसान था. इसलिये आजाद ने अपने साथियों को समरेश सिह की हत्या करने के लिये लगाया. उसके बाद उसके साथी बादल कुमार प्रसाद उर्फ काला, बागबेड़ा बजरंग टेगरी, वायरलेस मैदान के पास, पवन कुमार, किताडीह त्रिमूर्ति चौक, थाना परसुडीह और मोहम्मद वाजिद उर्फ हबलु, निवासी किताडीह गड़िवान पट्टी, गफ्फा बस्ती, केंद्र विद्यालय के पास के रहने वाले तीनों बदमाशों ने समरेश सिंह का पीछा किया और बिष्टुपुर के खाउगल्ली में मौका मिलते ही उस पर दो गोलियां दागी. जिसमें एक गोली समरेश सिंह की गर्दन में लगी और वह जख्मी होकर गिर गया. उसे टीएमएच में भर्ती किया गया. जहां फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी जाती है.
साजिश में शामिल आजाद गिरि व फूलन दोनों फरार, पुलिस कर रही तलाश
एसएसपी ने बताया कि बादल कुमार प्रसाद शूटर की भूमिका में था. पवन कुमार को रेकी करने की जिम्मेदारी थी. जबकि वाजिद बाइक चला रहा था और बादल बाइक के पीछे बैठा था. वहीं खबर मिलते ही एसएसपी द्वारा गठित एसआईटी की टीम ने बागबेड़ा बाजरेग टेकरी में आजाद गिरि के आवास पर छापेमारी की. लेकिन वह फरार है. घटना के बाद से ही उसका मोबाइल स्वीच ऑफ मिल रहा है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. प्रेसवार्ता में एसएसपी ने दावा किया कि बाकी बचे अन्य अपराधियों को भी बहुत जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.