टेल्को की अंकिता ने जेपीएससी में 30वां रैक हासिल कर शहर का मान बढ़ाया, सफलता का श्रेय पति व अपनी कड़ी मेहनत को दिया
श्री दर्पण न्यूज, जमशेदपुर ( 25 जुलाई) : जमशेदपुर के टेल्को की रहने वाली अंकिता कुमारी ने झारखंड सिविल सेवा की परीक्षा में 30वां रैंक हासिल कर परिवार के साथ-साथ शहर का भी मान बढ़ाया है. गृहस्थ आश्रम में रहते हुये एक तीन वर्षीय बच्ची की मां अंकिता कुमारी को-ऑपरेटिव कॉलेज में लॉ फाइनल इयर की छात्रा भी है. कड़ी मेहनत व जुनून ने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया है. आरम्भ से ही मेधावी छात्रा रही अंकिता ने टेल्को चिन्मया से प्लस टू की पढाई पूरी करने के बाद जीट से बीएससी (आईटी) से स्नातक की डिग्री हासिल की. जहां वह टॉपर रही.
बैंक पीओ व एलआईसी डीओ की नौकरी छोड़ चूकी है अंकिता
इतना ही नहीं अंकिता ने 2014 में ही बैंक ऑफ इंडिया की पीओ की नौकरी छोड़ दी और एलआईसी में डीओ के पद पर ज्वाइन किया. महज एक वर्ष नौकरी करने के बाद अंकिता ने डीओ की नौकरी छोड़ दी और सिविल सर्विसेस की तैयारी शुरु की. हालांकि वह यूपीएससी में बहुत कम अंक से चूक गयी. लेकिन प्रतिभा न झूक सकती है और न छुप सकती है. अंकिता ने जेपीएससी 2024-2025 की परीक्षा में 30 वां रैक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. हमेश से ही पढ़ाई के प्रति लगाव व समर्पण ने उस मुकाम पर पहुंचाया है, जिसकी वह हकदार रही है.
पति कन्हैया कुमार हैं टाटा मोटर्स में सीनियर मैनेजर
अंकिता के पति कन्हैया कुमार टाटा मोटर्स में सीनियर मैनेज हैं. उन्होंने बीटेक के बाद रांची से एमबीए की पढ़ाई की और अपनी पत्नी की सिविल सर्विसेस की तैयारी में पूरा सहयोग किया. अंकिता अपनी कड़ी मेहनत और पति के सहोगात्मक भूमिका को अपनी सफलता का श्रेय देती हैं. बचपन से ही वह पढ़ाई में कुशाग्र रही है. कम समय में ही वह अपनी तैयारी को एक मजबूत आधार देने में सफल रही . फिलहाल वह को-ऑपरेटिव कॉलेज से एलएलबी अंतिम वर्ष की छात्रा है. कोल्हान यूनिवर्सिटी एलएलबी के सेमेस्टर में गोल्ड मेडलिस्ट रही है. एलएलबी के इंट्रेस में भी वह कोल्हान विश्व विद्यालय की टॉपर रही थी. उसकी सफलता से उसके सहपाठियों व शुभचिंतकों में खुशी की लहर है. एलएलबी विभाग में कार्यरत डॉ दिलीप ओझा ने अंकिता को उसकी सफलता पर बधाई दी है.
डेडिकेशन और टाइम मैनेजमेंट पर उसका फोकस रहा
अंकिता बताती है कि डेडिकेशन और टाइम मैनेजमेंट के साथ उसने हर छोटी चीज को गम्भीरता से लिया, चाहे वो टेस्ट सीरीज हो या न्यूज़ पर नज़र रखना. वह मानती है कि शादी या मां बनना आपके सपनों का अंत नहीं है. हां, रास्ता मुश्किल ज़रूर होता है, लेकिन अगर चाह है तो राह है और आप को मंज़िल जरूर मिलती है.
