ध्वस्त हो चुकी टाटानगर रेलवे पार्किंग की व्यवस्था को नए ठेकेदार राजीव राम ने दुरुस्त करने का काम शुरू किया, मॉडर्न लुक के साथ-साथ हाईटेक व्यवस्था से भी जोड़ा, वर्किंग स्टाफ के लिए एसी केबिन का निर्माण अपने अंतिम चरण में
श्री दर्पण न्यूज़, जमशेदपुर : लगभग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी टाटानगर रेलवे स्टेशन पार्किंग की व्यवस्था को मूर्त रूप दिया जाने लगा है। पार्किंग को दुरुस्त करने के साथ-साथ उसे हाईटेक रूप दिया जा रहा है। पूरे पार्किंग एरिया में 28 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं, जिसमें से 24 कैमरा सेटअप बॉक्स के साथ बिल्कुल मॉडर्निटी रूप में लगाया जा चुका है। ऑटोमेटिक बैरियर भी लगाया गया है जो काम करना शुरू कर दिया है। यह जानकारी टाटानगर रेलवे स्टेशन के नए ठेकेदार और समाजसेवी राजीव राम ने आज पत्रकारों को दी। उन्होंने बताया की पार्किंग पूरी तरह से लच्चर हो गई थी। जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ था। ना कहीं बैरिकेट था और ना ही स्टाफ केबिन। सभी कुछ ध्वस्त हो चुका था। जिसे नया बनाने के साथ एक आधुनिक लुक दिया जा रहा है। जो एसी युक्त होगा। वाहनों के नंबर स्कैनिंग के लिए भी मॉडर्न इक्विपमेंट लगाया गया है। जिसमें अब तक लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हैं।
ठेका की शर्तों की सीमाओं से अलग किया गया है हाईटेक वर्क

राजीव राम ने बताया कि वह जो कुछ भी खर्च कर रहे हैं यह पार्किंग ठेका के शर्तों की सीमाओं से अलग है। ठेकेदार राजीव राम ने बताया की एक बिल्कुल मॉडर्न सेड भी पार्किंग के अंदर बनाया जाएगा, जिसमें गरीब और जरूरतमंद लोग रात्रि विश्राम कर सकेंगे। इस व्यवस्था को उन्होंने अपने उन दिनों से जोड़ा जब वे टाटानगर स्टेशन पर अखबार बिछाकर सोया करते थे। एक निडर और साहसी व्यक्तित्व के धनी राजीव राम ने वास्तव में इंसानियत की ऐसी लकीर खींच दी है जिसे बनाए रखना आने वाले समय में किसी के लिये भी एक चुनौती भरा कार्य होगा।
गरीबों और जरूरतमंदों के बीच भोग का वितरण किया
वहीं हमेशा की तरह राजीव ने गरीबों के बीच श्रद्धा भोज का आयोजन किया। इस दौरान गरीबों और जरूरतमंदों के बीच भोग का वितरण कर रहे राजीव राम ने कहा कि उन्हें अपनी गरीबी हमेशा याद रहती है। वे जमीन से जुड़े व्यक्ति हैं। गरीबों के दर्द को समझते हैं । इसलिए सप्ताह में शनिवार के दिन गरीब और जरूरतमंदों के बीच भोग का वितरण करते हैं। उन्होंने कहा कि यह मेरे श्रद्धा का भोज है। मैं जो कुछ भी ईश्वर की कृपा से कमाता हूं उसमें से गरीबों के हक का पैसा निकलता हूं। उन्होंने अपने गरीबी के दिनों को याद करते हुए कहा कि एक समय था जब अखबार बिछाकर मैं टाटानगर स्टेशन पर सोया करता था। काम की तलाश में इधर-उधर भटकता था। लेकिन आज भगवान के भरोसे ने न केवल मुझे गरीबी से मुक्त किया, बल्कि मुझे इस काबिल बनाया कि मैं जरूरतमंद पीड़ित और असहाय लोगों को काम दे रहा हूं।
सामाजिक सरोकारों में हमेशा से रुचि रखने वाले इंसान रहे हैं राजीव राम
हमेशा से सामाजिक सरोकारों में रुचि रखने वाले राजीव राम ने बताया कि वह परोपकार की भावना लेकर चलते हैं और भविष्य में भी जरूरतमंदों की सेवा उनका लक्ष्य होगा। आज शनिवार को सैकड़ो गरीबों के बीच उन्होंने श्रद्धा भोज के रूप में भोग का वितरण किया और गरीबों का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर कांग्रेस नेता और समाजसेवी बबलू शर्मा और राजीव के साथ उनके सहयोगी की भूमिका निभाने वाले लोग मौजूद रहे। पत्रकारों ने भी इस घड़ी को अपने कमरे में कैद किया और राजीव राम के कार्यों की उनके व्यवहार और व्यक्तित्व की प्रशंसा की।
