जमशेदपुर के करनडीह में दिशोम बाहा के मौके पर पारम्परिक परिधान में पहुंचे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन, पारम्परिक नृत्य में शिरकत की
श्री दर्पण न्यूज, जमशेदपुर : जमशेदपुर के करनडीह आयोजित दिशोम बाहा में रविवार को प्रकृति की उपासना का महापर्व बाहा बोंगा का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. हजारों की संख्या में आदिवासी मूलवासी महिला व पुरुष पारंपरिक परिधानों में जाहेरथान पहुंचे और मरांगबुरू-जाहेरआयो के साथ पूजा अर्चना की. प्रकृति के इस देवता अराधना कर उनसे परिवार एवं समाज की सुख-समृद्धि और उन्नति का आशीर्वाद मांगा. श्रद्धालुओं ने नायवे बाबा दीपक सोरेन और कुड़म नायके बाबा के हाथों से सखुआ (सरजोम बाहा) ग्रहण किया. प्रकृति के उत्सव में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन बातौर मुख्य अतिथि शामिल हुये. परम्परागत भेष-भुषा में अपने समर्थकों के साथ पहुंचे चम्पई सोरेन ने बाहा बोंगा की पूजा अर्चना की. पूजारी के हाथों से सरजोम बाहा ग्रहण किया और परम्परागत गीत व नृत्य में शिरकत की. आदिवासी समाज के लोगों ने इस दौरान मांदन और नगाड़ों की थाप पर सामूहिक रुप से गीत व नृत्य प्रस्तुत किया. इस दौरान दिशोम जाहेरथान से करनडीह चौक तक का – मार्ग बाहा उत्सव की भक्ति और उल्लास में डूब गया. अत्यधिक भीड़ के कारण यह आधा किलोमीटर की दूरी तय करने में श्रद्धालुओं को करीब तीन घंटे लग गए. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने दोपहर बाद टाटा-रोड मेन रोड का रूट डायवर्ट कर उसे सुंदरनगर चौक और खासमहल चौक होकर वाहनों का परिचालन हुआ.
राज्य सरकार पर जमकर बरसे पूर्व सीएम, कहा राज्य में सरकार नाम की कोई चिज नहीं
इस मौके पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री चम्पई सोरेन ने राज्य सरकार को आड़ेहाथो लिया और जुवानी प्रहार किया. उन्होंने कहा कि राज्य की सबसे बड़ी समस्या घुसपैठ की है. आज सरकार की गलत नीतियों की वजह से आदिवासी समाज का अस्तित्व खतरे में है. बांग्लादेशी घुसपैठिये आदिवासी युवतियों को धोखे में रखकर शादी विवाह कर रहे हैं. उसका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. आदिवासियों की जल, जंगल जमीन पर कब्जे की साजिश की जा रही है. राज्य सरकार बिलकूल ही इस मुद्दे पर गम्भीर नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरका में कोई सुरक्षित नहीं है. राज्य में चारों ओर लूट और हत्या हो रही है. राज्य सरकार सरकार चिर निद्रा में है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन पर जानलेवा हमला हो चुका है. राज्य सरकार केवल अपनी उपलब्धि गिना रही है.