भारी मतों के अंतर से जीत हासील कर हरविंदर सिंह मंटू साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के बने प्रधान ढोल नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ समर्थकों ने किया मंटू का जोरदार स्वागत
श्री दर्पण न्यूज़, जमशेदपुर : भारी गहमा गहमी, शोर- शराबे, हल्ल हंगामा, वाद विवाद और साकची पुलिस की तत्पपरता के साथ थाना प्रभारी आनंद मिश्रा की कड़ी तपीस में मौजूदगी के बीच आखिरकार साकची गुरुद्वारा प्रबंधन समिति का चुनाव संपन्न हो गया। जैसा कि पूर्व से ही ज्ञात था हरविंदर सिंह मंटू ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी परमजीत सिंह काले को करीब करीब 800 मतों के अंतर से परास्त कर साकची गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के प्रधान के पद पर कब्जा जमा लिया है। जीत की घोषणा के साथ ही बड़ी संख्या में समर्थकों ने हरविंदर सिंह मंटू को फूल और मालाओं से लाद दिया।
गुरुजी की खालसा, गुरु जी की फतेह के नारे से पूरा साकची गुरुद्वारा परिसर गूंज उठा। समर्थकों ने सत श्री अकाल जो बोले सो निहाल के नारे भी खूब लगाए। समर्थकों के साथ हरविंदर सिंह मंटू साक्षी गुरु घर पहुंचे माथा टेका और शब्द कीर्तन के बीच संगत की सेवा का व्रत भी लिया। उसके बाद में सीपीसी के प्रधान भगवान सिंह और सीजीपीएससी कमेटी के लोगों से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे जहां ढोल नगाड़ों के साथ समर्थकों ने हरविंदर सिंह मंटू का जोरदार स्वागत किया और मिठाइयां बांटी।
सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह ने गुरु घर में हरविंदर सिंह मंटू को प्रमाण पत्र सौंपा
इसके साथ ही पुलिस प्रशासन की कड़ी निगरानी के बीच साकची गुरुद्वारा कमेटी का चुनाव रविवार को सीजीपीसी द्वारा गठित पांच सदस्सीय चुनाव संचालन समिति ने संपन्न कराया। दिनभर के हंगामेदार चुनाव प्रक्रिया के बीच प्रधान पद के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू 823 वोट लेकर एक तरफा जीत हासिल कर ली। उनके विरोधी उम्मीदवार जसबीर सिंंह गांधी को मात्र 39 और परमजीत सिंह काले को 31वोटो से संतुष्ठ होना पड़ा। इससे पहले चुनाव प्रक्रिया सुबह आठ बजे शुरु होने के पहले से ही दो गुटों में मारपीट-तोड़फोड़ शुरू हो गई । तनाव को देखते हुए पुलिस ने लाठी चार्ज कर सभी को खदेड़ा। इस घटना में सोनारी वडभाग सिंह के सेवादार को पैर में गंभीर चोट भी लग गई। उनका इलाज अस्पताल में कराया गया।
विरोधियों ने काला झंडा दिखाकर असंतोष जताया
चुनाव कराने के लिए सीजीपीसी संचालन समिति को साकची गुरुद्वारा का मैदान और साकची गुरुनानक हाई स्कूल का कैंपस उपलब्ध नहीं कराया गया था। अंत में समिति ने साकची गुरुद्वारा ड्योढ़ी साहिब के नीचे ही चुनाव प्रक्रिया आरंभ की। इतना ही नहीं शाम को रिजल्ट की घोषणा के बाद विजयी घोषित उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू, सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह समेत अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ साकची गुरुद्वारा में श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के समक्ष माथा टेककर सुकराना करने गए। वहां सीजीपीसी ने उनको प्रधान बनने का प्रमाण पत्र सौंपा। फिर अरदास के बाद वहां से निकलते वक्त सीढ़ियों के पास (साकची कमेटी कार्यालय) विरोधी खेमा निशान सिंह के समर्थकों ने काला झंड़ा दिखाकर विरोध किया। विरोधी खेमा में जसबीर सिंह गांधी, सतबीर सिंह गोल्डू, सतपाल सिंह सत्ता समेत अन्य सभी चुनावी प्रक्रिया को सीजीपीसी की पॉकिट वाली प्रक्रिया बता रहे थे। आरोप लगाया कि चुनाव में दो उम्मीदवारों ने चुनाव चिन्ह नहीं लिया और न ही वैलेट पेपर पर साइन किया। फिर यह चुनाव एक ही उम्मीदवार के लिए क्यों किया गया, इसके पीछे सीजीपीसी का क्या मकसद है।
मंटू की जीत का जश्न खूब मना, ढोल नगाड़ों और आतिशबाजी के बीच जोरदार स्वागत
इधर, चुनाव जीतेने के बाद हरविंदर सिंह मंटू साकची कार्यालय पहुंचे। जहां पर उनका सीजीपीसी के तमाम पदाधिकारियों ने ढोल नगाड़ों और आतिशबाजी के साथ स्वागत किया। सीजीपीसी से विजय जुलूस निकला, जो जोगिंदर सिंह जोगी के कार्यालय पहुंचकर र आतिशबाजी के बाद समाप्त हुआ। पूरी चुनाव प्रक्रिया के दौरान साकची थानेदार आनंद कुमार मिश्रा तथा काफी संख्या में फोर्स तैनात रही।