जमशेदपुर पश्चिम में बन्ना व सरयू के बीच काटे का मुकाबला
श्री दर्पण न्यूज, जमशेदपुर : चुनाव के शुरुवाती दिनों से बी बन्ना गुप्ता सरयू राय पर कोमोवेश भारी पड़ रहे थे. लेकिन अंत-अंत तक मुकाबला काटे का प्रतीत होने लगा है. समीक्षकों की माने तो दोनों हो प्रत्याशियों के खिलाफ़ एंटी incombancy factor काम कर रहा हैं. इस चुनाव में
90 हजार वोट पाने वाले प्रत्याशी जीत सकते है चुनाव
जमशेदपुर पश्चिमी में कुछ कोमोबेस करीब 3.50 लाख मतदाता हैं. वोटों का प्रतिशत करीब 56 रहा है. यानि करीब-करीब 2 लाख मत पड़े हैं. चुनावी गुणा-गणीत बताया है कि करीब 30,000 वोट निर्दलीय उम्मीदवारों में विभाजित होने के बाद 170000 मतों का विभाजन मुख्य प्रतिद्वंदियों में होगा. जो अंतिम रूप से विजेता होगा उसे 10,000 फ्लोटिंग वोट मिलेंगे. मतलब जो भी जीतेगा वह 10 हजार से ज्यादा से ही जीतेगा. बताया जाता है कि कॉंग्रेस प्रत्याशी के गृह क्षेत्र कदमा, उलीयान तथा भाटियाबस्ती में मुस्लिम वोट का विभाजन हुआ है. वहीं मानगो इलाके में मुस्लिम मतदाताओं का 80 फीसदी वोट बन्ना गुप्ता को मिला है. मुस्लिम बाहुल इलाके में वोटों का प्रतिशत 60 के पार है. कॉंग्रेस को जीतने के लिए 45,000 अल्पसंख्यक वोट के अलावा कम से कम 45 हज़ार बहुसंख्यक वोट की जरूरत है. मतदान के दिन ऐसा शुरुआती समय में ऐसा लगा कि मुस्लिम वोटों का विभाजन हो रहा है.
अंतिम में मुस्लिम वोटरों ने बन्ना के पक्ष में जमकर वोटिंग की
लेकिन जैसे बात बन्ना के कमजोर पड़ने की सामने आयी, मुस्लिम वोटर यूनाइटेड हो गये और बन्ना के पक्ष में जमकर वोटिंग की. जहां तक पिछले चुनावों की बात है तो बन्ना गुप्ता ने करीब एक लाख वोट प्राप्त किया था. इस बार वोट का प्रतिशत कम रहा है. बाबजूद इसके बन्ना गुप्ता 90 हजार वोटों के करीब पहुंच सकते हैं. वहीं सरयू राय भी बहुत पीछे नहीं हैं. इसलिये टक्कर काटे की लग रही है. पहले यह जरुर माना जा रहा था कि बन्ना गुप्ता आराम से चुनाव जीत लेंगे. लेकिन बीच से आराम गायब है. कहा यह भी जा रहा है कि दोनों ही प्रत्याशियों को भीतरघात का सामना करना पड़ा है. सरयू राय को भीतरघात ने ज्यादा प्रभावित किया है. अब तो महज एक सप्ताह की बात है, मतगणना के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि कौन किस और कितना भारी पड़ा है. वैसे कांग्रेस की राह आसान तो बिलकूल ही नहीं है. मुकाबला काटे का है.