अरका जैन यूनिवर्सिटी के तीसरे दीक्षांत समारोह में शामिल हुए राज्यपाल संतोष गंगवार, 48 मेधावी छात्रों को मिला गोल्ड मेडल, 23 शोधार्थियों को मिली पीएचडी की उपाधि
श्री दर्पण न्यूज़, जमशेदपुर : झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने मंगलवार को सरायकेला खरसावां जिले में स्थित अरका जैन विश्वविद्यालय, झारखण्ड के तृतीय दीक्षांत समारोह में शामिल हुए. उन्होंने सम्मिलित होकर उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि दीक्षांत केवल शैक्षणिक यात्रा का अंत नहीं, बल्कि सामाजिक दायित्वों की शुरुआत है. उन्होंने विद्यार्थियों को देश की वास्तविक निधि बताते हुए आह्वान किया कि वे अर्जित ज्ञान, मूल्य और संवेदनशीलता का उपयोग राष्ट्र निर्माण में करें. राज्यपाल ने कहा कि झारखण्ड राज्य के राज्यपाल के पदभार ग्रहण के बाद से ही उच्च शिक्षा में सुधार हेतु प्रयत्नशील है. हम ग्रेडिंग सिस्टम में सुधार के लिए सतत प्रयासरत है. इस विश्वविद्यालय को ‘ए’ ग्रेड मिलना सराहनीय है. उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में सुधार हेतु कोई भी व्यक्ति सुझाव दें, तो आमंत्रित है. उनकी इच्छा है झारखण्ड प्रदेश उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बनें.
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास” के मंत्र का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे “विकसित भारत @2047” के लक्ष्य की प्राप्ति में सहभागी बनें. उन्होंने ‘मेक इन इंडिया’, ‘स्टार्टअप इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ जैसी योजनाओं को युवाओं के लिए नवाचार और उद्यमिता के अवसरों का माध्यम बताया. राज्यपाल ने भारत की अर्थव्यवस्था का उल्लेख करते हुए कहा कि “भारत अब विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और शीघ्र ही तीसरे स्थान प्राप्त करने की ओर बढ़ रहा है.” उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में भारतीय सैनिकों की वीरता का उल्लेख करते हुए कहा कि यह नया भारत है, जो शांति का पक्षधर है, लेकिन मानवता पर हमला होगा, तो यह देश चुप नहीं बैठेगा, दुश्मन को कुचलना भी जानता है. आतंकवाद का प्रत्येक कदम उसके संहार का होगा. राज्यपाल ने जमशेदपुर की औद्योगिक परंपरा और टाटा समूह के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उद्योग, सेवा और सामाजिक दायित्वों का समन्वय ही सच्ची प्रगति का मार्ग है. उन्होंने विश्वविद्यालय में 35-40 फीसदी छात्राओं की भागीदारी को सामाजिक जागरूकता और समरसता का सकारात्मक संकेत बताया. उन्होंने विश्वविद्यालय से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों को सिर्फ अकादमिक नहीं, बल्कि व्यवहारिक ज्ञान, कौशल विकास और नैतिकता से भी सज्जित करें.
उन्होंने झारखंड की सांस्कृतिक विरासत और युवाओं की सामर्थ्य पर विश्वास जताते हुए राज्य को एक आदर्श सामाजिक-आर्थिक मॉडल के रूप में विकसित करने का आह्वान किया. राज्यपाल ने सभी उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त की कि वे विश्वविद्यालय, राज्य और देश का नाम गौरवान्वित करेंगे. इस अवसर पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधायक चम्पाई सोरेन, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो ईश्वरन अय्यर, विश्वविद्यालय की गवर्निंग बॉडी के वरिष्ठ सदस्य और झारखंड बार काउंसिल के उपाध्यक्ष राजेश कुमार शुक्ल ने भी अपने विचार व्यक्त किए. विश्वविद्यालय के कुलसचिव सह निदेशक डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव ने उपाधि प्राप्त करने वाले छात्रों को मुख्य अतिथि के समक्ष प्रस्तुत किया. परीक्षा नियंत्रक डॉ प्रवीर कुमार ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जबकि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ ईश्वरन अय्यर ने स्वागत भाषण दिया और प्रतिकुलपति डॉ. अंगद तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. एसएस रजी भी मंच पर उपस्थित थे. समारोह में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के डीन, हेड, शिक्षक, छात्र, कर्मचारी, अभिभावक और जिला प्रशासन के अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे. तृतीय दीक्षांत समारोह में वर्ष 2023 और 2024 में उत्तीर्ण हुए कुल 2322 छात्र-छात्राओं को स्नातक, स्नातकोत्तर, पीएचडी और डिप्लोमा पाठ्यक्रमों की डिग्रियां प्रदान की गईं. इस अवसर पर छात्रों और अभिभावकों में भारी उत्साह देखा गया.
शिक्षा ही समाज और देश का विकास कर सकता है : चंपाई
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा विधायक चंपई सोरेन ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि शिक्षा ही समाज और देश के विकास का आधार है. उन्होंने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अरका जैन यूनिवर्सिटी की उपलब्धियों की सराहना की और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रसार पर बल दिया. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन को भविष्य में हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया. इससे पहले, राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार का एकेडमिक प्रोसेशन के साथ दीक्षांत मंडप में स्वागत किया गया. यहां उन्होंने और विशिष्ट अतिथि चंपई सोरेन, विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर समारोह की पारंपरिक शुरुआत की.
48 मेधावी छात्रों को मिला गोल्ड मेडल
समारोह में विश्वविद्यालय के 48 उत्कृष्ट विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया. इनमें वर्ष 2023 के 26 और वर्ष 2024 के 22 छात्र-छात्राएं शामिल थे, जिन्हें राज्यपाल गंगवार ने मंच पर सम्मानित किया. वर्ष 2023 के गोल्ड मेडलिस्ट में प्रियंका कुमारी, सूर्या गोवरा, तुहिना रॉय, सुमैरा निदा, संगीता कुमारी, राकेश कुमार दास, सुदीप्त महतो, नितेश तिवारी, रोहित राज, बाबुल हलदर, इंद्रजीत कुमार सिंह, पंकज कुमार महतो, जया दुबे, सलोनी कुमारी, साहिल कुमार, सतप्रीत कौर, जयश्री समद, प्रियंका दासगुप्ता, कशफिन कामर, अंजलि गुप्ता, शुभजीत दास, वंशिका मल्होत्रा, साहिद अफरीदी, बिर्भद्र मंडल, हरबंश लाल साहू, अमरेन्द्र कुमार मिश्रा शामिल थे जबकि वर्ष 2024 के गोल्ड मेडलिस्ट में एकता केशरी, असेवता स्तुति एक्का, तान्या गुप्ता, जैस्मिन धनजल, हरमीत सिंह, मनोज गोराई, मोहम्मद युसुफ अली, स्निग्धा सिंह, नाहिदा तबस्सुम, संजना कुमारी, श्रेया बनर्जी, धैर्य आचार्य, मेघा इंदल, सतपाल सिंह, आयुष शर्मा, उषा कुमारी, गुरप्रीत कौर, मेघा सेनगुप्ता, एएस सिथालक्ष्मी, प्रिया गोप, सोमनाथ लाहा, अभिनंदन दास मोदक शामिल थे.
23 शोधार्थियों को मिली पीएचडी की उपाधि
दीक्षांत समारोह में इस वर्ष 23 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई. इनमें हर्षिता गुप्ता, अमित कुमार श्रीवास्तव, बिक्रांत तिवारी, मंदीप कौर, विशाखा जोसेफ, जसबीर सिंह धनजल, श्वेता कुमारी, नौशिन रज़ी, तैयबा खातून, रानी झा, चंचल मंडल, अभिषेक उपाध्याय, शालिनी प्रसाद, अमित कुमार सिंह, शबनम खातून, रोहन विजय शांडिल्य, रीता कुमारी, उषा कुमारी, इम्तियाज अहमद, सुमित कुमार मिश्रा, अमित चतुर्वेदी, बीना और निधि कुमारी शामिल हैं.