टाटानगर रेलवे स्टेशन पार्किग के ठेकेदार ने स्थानीय विधायक व पूर्व ठेकेदार पर लगाया परेशान करने का आरोप, पार्किग को पार्क के रुप में विकसित करने का किया वायदा
श्री दर्पण न्यूज, जमशेदपुर : टाटानगर रेलवे स्टेशन पार्किंग का ठेका राजीव राम नाम के ठेकेदार को मिला है. ठेकेदारी का लम्बा अनुभव रखने वाले राजीव राम पार्किग स्थल का सौन्दर्यी करण करने में जुटे हैं. पेड़ पौधे से लेकर फूल व सौन्दर्य युक्त वृक्ष लगाने के कार्य में जुटे हैं. पार्किग को पूरी तरह से डीजिटल बनाया जा रहा है. 12 लाख का बेरियर लगाया जा रहा है. तीन लाख रुपये का सीसीटीवी कैमरा लगाया जायेगा. 11 सौ पौधे लगाये जाने की तैयारी है. स्टाफ के लिये से़ड बनेगा और लाचार लोगों के रात्रि विश्राम के लिये भी सेड बनाये जायेंगे. जिसमें लाखों रुपये खर्च किये जायेंगे. पार्किग स्पेश को पार्क का रुपया दिया जायेगा. सोमवार को संवाददाताओं से बातचीत करते हुये पार्किग ठेकेदार राजीव राम ने कही. वहीं उन्होंने स्थानीय विधायक व पूर्व ठेकेदार पर परेशान करने का भी आरोप लगाया है. हालांकि इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस प्रशासन से नहीं की है. उन्होंने यह भी कहा कि वे बहुत गरीब परिवार से तालुक रखते हैं. मेरे काम को लोग पसंद करेंगे. आने वाले समय में सब ठीक हो जायेगा.
कमाना नहीं पार्किग को सौन्दर्ययुक्त बनाना चाहते हैं : राजीव राम
ठेकेदार राजीव राम ने बताया कि उन्होंने विधिवत नियम से रेलवे पार्किंग का ठेका प्राप्त किया. वे किसी से डरने वाले नहीं है. वे भगवान पर भरोसा करने वाले इंसान हैं. भगवान सब कुछ अच्छा करेंगे. राजीव राम ने बताया जमशेदपुर से उनका करीबी रिश्ता है. वे कंपनियों के साथ जुड़कर उनका काम करते हैं. टाटानगर रेलवे स्टेशन पार्किग का ठेका उन्होंने कमाने के लिये नहीं लिया है, बल्कि पार्किग को एक नया लूक, स्वच्छ वसुन्दर बनाने का काम करना है. डीआरएम से उन्होंने वायदा किया है कि वे पार्किग को पार्क के रुप में विकसित करेंगे.
समाजिक सरोकार के साथ काम करना प्राथमिकता
उन्होंने जनता के साथ बेहतर संवाद और संबंध बनाए रखने की बात कही. उन्होंने कहा कि किसी को भी परेशान नहीं किया जाएगा. पार्किंग में बाइक, कार टेंपो के अलग-अलग शुल्क हैं. लेकिन मजबूर और परेशान आदमी को तंग भी नहीं किया जाएगा. पार्किंग का सौंदरीकरण किया जाएगा. गमला, फूल और सुन्दर वृक्ष भी आसपास लगाए जाएंगे. पर्यावरण का भी वे ध्यान रखेंगे. उन्होंने कहा कि इन तमाम कार्यों पर जो भी खर्च हो रहा है वे अपने पॉकेट से खर्च कर रहे हैं. राजीव राम ने बताया कि वे गरीब परिवार और अनुसूचित जाति से आते हैं.
कभी टाटानगर स्टेशन पर पेपर बिछाकर सोने वालो राजीव का चलता है करोड़ों का ठेका
अपने बीते दिनों की याद ताजा करते हुए उन्होंने बताया कि एक समय था कि उनके पास कुछ नहीं था. वे टाटानगर स्टेशन पर पेपर बिछाकर रात काटते थे. दिन भर काम की खोज में इधर-उधर भटकते. कम मिलता तो काम करते हैं और रात में आकर स्टेशन पर पेपर बिछाकर सोते थे. अपने पुराने दिनों को याद करते हुए राजीव राम ने कहा कि वे पार्किंग एरिया में एक सेड बनवाएंगे जहां बेसहारा और गरीब लोग रात बिता सके. उन्होंने कहा कि हम लोगों के साथ मिलकर सामाजिक सरोकार बनाना चाहते हैं. जो भी मेरे स्तर की लोगों से जुड़ी समस्या होगी, वे उनकी जरूर सुनेंगे और उसके निदान की भी कोशिश करेंगे.