धर्म

जमशेदपुर में पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना की हो पहल; लड़ाई छोड़ करें पढ़ाई की बात: नलवा

श्री दर्पण न्यूज, जमशेदपुर : सिखों के पवित्र तीर्थस्थल तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब में बिहार गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष सरदार सूरज सिंह नलवा ने जमशेदपुर में पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना की दिशा में ठोस कदम उठाने की सलाह दी है। रविवार को साकची गुरुद्वारा साहिब में आयोजित एक विशेष बैठक में उन्होंने पांच सदस्यीय समिति के गठन की बात कही, जो इस महत्वाकांक्षी परियोजना को जल्द से जल्द मूर्त रूप देने की दिशा में कार्य शुरू करेगी। रविवार को संवाददाता को सूरज सिंह नलवा ने जोर देकर कहा, “हमें लड़ाई-चढ़ाई की जगह पढ़ाई की बात करनी चाहिए। शिक्षा ही वह आधार है, जो हमारे समुदाय को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।” उन्होंने जमशेदपुर में पंजाबी यूनिवर्सिटी के स्थापना की पहल को सिख समुदाय के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया, जो न केवल शिक्षा के प्रसार में योगदान देगा, बल्कि युवाओं को बेहतर भविष्य के लिए प्रेरित भी करेगा।

विकास कार्यों के लिए निशान सिंह की हुई प्रशंसा, माथा टेकने साकची गुरुद्वारा पहुंचे लक्खा

रविवार को बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष और तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब प्रबंधन कमेटी के उपप्रधान सरदार लखविंदर सिंह लक्खा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल साकची गुरुद्वारा साहिब पहुंचा। इस प्रतिनिधिमंडल में सरदार सूरज सिंह नलवा,
अध्यक्ष, बिहार गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी, नवजीत सिंह (सचिव, सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पूर्वी भारत), तजिंदर सिंह (संयुक्त सचिव) और परमीत सिंह बग्गा (कानूनी सलाहकार) शामिल थे। इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारे में माथा टेका और दर्शन किए। प्रतिनिधिमंडल ने साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान निशान सिंह और अन्य सदस्यों के साथ मुलाकात की। बैठक में साकची गुरुद्वारा साहिब में चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा की गई। पटना साहिब से आए प्रतिनिधियों ने निशान सिंह के नेतृत्व में हो रहे कार्यों की सराहना की और हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया।

सिख समुदाय के बीच हो रहे आंतरिक विवादों पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ

बैठक में जमशेदपुर में सिख समुदाय के बीच हो रहे आंतरिक विवादों पर भी गहन विचार-विमर्श हुआ। पटना साहिब के प्रतिनिधिमंडल ने इन मुद्दों को पूरी गंभीरता से सुना और समुदाय में एकता और भाईचारे को बढ़ावा देने की अपील की। सरदार लखविंदर सिंह लक्खा ने कहा, “हमें आपसी मतभेदों को भुलाकर एकजुट होकर समुदाय के विकास के लिए काम करना चाहिए।”
साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान निशान सिंह के नेतृत्व में महासचिव शमशेर सिंह सोनी, ट्रस्टी सतनाम सिंह सिद्धू, रबीन्द्र सिंह, अवतार सिंह फुर्ती, अजायब सिंह, सतिंदर सिंह रोमी, सतबीर सिंह गोल्डू, सन्नी सिंह बरियार, सतबीर सिंह सोमू, रविन्द्र सिंह रिंकू, रणधीर सिंह, जसबीर सिंह गांधी, सतनाम सिंह घुम्मण, तरसेम सिंह, बलबीर सिंह, जसविंदर सिंह मोनी, अमरपाल सिंह, अर्जुन सिंह वालिया और बलदेव सिंह बब्बू ने पटना साहिब से आए प्रतिनिधिमंडल का शॉल भेंटकर भव्य स्वागत और सम्मान किया।

पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना की पहल जमशेदपुर के लिए महत्वपूर्ण कदम

इससे पहले, सरदार सूरज सिंह नलवा, परमीत सिंह बग्गा सहित अन्य प्रतिनिधियों ने तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के महासचिव सरदार इंद्रजीत सिंह के आवास पर पहुंचकर उनकी माता जी के निधन पर शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवार को सांत्वना दी।
नौजवान सभा के पूर्व अध्यक्ष सतबीर सिंह सोमू ने संगत से अपील की है कि जो भी संगठन या व्यक्ति पटना साहिब के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करना चाहता है, वे जमशेदपुर परिसदन में बिहार अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष सरदार लखविंदर सिंह लक्खा से संपर्क कर सकते हैं। लक्खा दो दिनों के लिए जमशेदपुर प्रवास पर हैं।
पंजाबी यूनिवर्सिटी की स्थापना की यह पहल की सलाह ने न केवल सिख समुदाय बल्कि पूरे जमशेदपुर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। साकची गुरुद्वारा साहिब में हुई इस बैठक ने न केवल विकास कार्यों को गति दी बल्कि समुदाय में एकता और सहयोग की नई उम्मीद भी जगाई है।

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